Sunday 23 January 2011

जय-जय प्यारे देश हमारे


जय-जय प्यारे देश हमारे
जय-जय हिन्दुस्तान।
आजादी की इस मशाल को
छू न सके तूफान।

पूरब से पश्चिम तक
तेरी गौरव गाथा है,
दक्षिण में सागर
उत्तर में सागरमाथा है,
तेरे कण-कण में लिक्खा है
बापू का बलिदान।

तुझमें सतलज कावेरी
गंगा का पानी है,
तुझमें नानक तुलसी और
मीरा की बानी है,
तेरी मिट्टी की खुशबू में
हैं दादू , रसखान।

तक्षशिला नालंदा
तेरी पुराकथाएं हैं,
यहां बाइबिल गुरुग्रन्थ
और वेदऋचाएं हैं,
हम भटकें तो राह दिखाते
हैं गीता-कुरआन।

हंसता है मधुमास
यहां पर सावन गाता है,
रंग-बिरंगे धर्मों का
यह सुन्दर छाता है,
हर मौसम में यहां
गूंजती है वंशी की तान।

हम दुनिया की राहों में
बस फूल सजाते हैं,
सत्य अहिंसा विश्व शांति के
दीप जलाते हैं,
वीर तपस्वी बलिदानी
बच्चों की तू है खान।

चित्र से connect.in.com  साभार

18 comments:

  1. sabhi bharatvasiyon ko kavita ke madhyam se republic day ki badhai.

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  2. भारतभूमि के हर रंग का वर्णन...... सुंदर अभिव्यक्ति......
    गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.....

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  3. sundar abhivyakti...
    gantantr divas ki shubhkamnayen......

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  4. भारत दर्शन करा दिया कविता ने...
    बहुत ही अच्छी रचना...
    सच कहूँ तो इसे हर किसी को पढ़ना चाहिए... क्योंकि आज शायद हम घोटालों और भ्रष्टाचार में अपने देश को भूलते से जा रहे हैं...
    पढने के बाद गर्वभरी प्यारी सी मुस्कान मिली, की हम भारतीय हैं...
    बहुत-बहुत धन्यवाद...

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  5. यदि आपकी आज्ञा हो तो मैं इसे फेसबुक पर शेयर करना चाहूँगीं...

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  6. wah tusharji apne bahut jabardust deshbhakti kavita ka nazrana pesh kiya hai. bahut-bahut badhai ho.

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  7. तक्षशिला नालंदा
    तेरी पुराकथाएं हैं,
    यहां बाइबिल गुरुग्रन्थ
    और वेदऋचाएं हैं,
    हम भटकें तो राह दिखाते
    हैं गीता-कुरआन।

    गणतंत्र दिवस के अवसर पर मातृभूमि की गौरवगाथा से परिपूर्ण यह देशभक्ति गीत अच्छा लगा।
    आपको गणतंत्र दिवस की षुभकामनाएं।

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  8. तुझमें सतलज कावेरी
    गंगा का पानी है,
    तुझमें नानक तुलसी और
    मीरा की बानी है,
    तेरी मिट्टी की खुशबू में
    हैं दादू रसखान ...

    मातृ भूमि तुझे प्रणाम ... देश प्रेम से रची लाजवाब रचना को प्रणाम ...

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  9. bouthe aacha post kiya hai aapne read kar ke aacha lagaa

    Pleace visit My Blog Dear Friends...
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    Music BOl

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  10. "तुझमें सतलज कावेरी
    गंगा का पानी है,
    तुझमें नानक तुलसी और
    मीरा की बानी है,
    तेरी मिट्टी की खुशबू में
    हैं दादू रसखान।"

    देश भक्ति से ओत-प्रोत बड़ा ही प्यारा गीत है !
    हर पंक्ति में देश की सोंधी मिट्टी की खुशबू है !आपकी ओजस्वी लेखनी को नमन !

    गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  11. desh ko samarpit ek ati uttam rachna...

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  12. तक्षशिला नालंदा
    तेरी पुराकथाएं हैं,
    यहां बाइबिल गुरुग्रन्थ
    और वेदऋचाएं हैं,
    हम भटकें तो राह दिखाते
    हैं गीता-कुरआन।

    ---------------------

    बढिया ....

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  13. देशप्रेम से ओत प्रेत बहुत ही सुंदर कविता .... सुंदर प्रस्तुति. गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
    बुलंद हौसले का दूसरा नाम : आभा खेत्रपाल

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  14. तक्षशिला नालंदा
    तेरी पुराकथाएं हैं,
    यहां बाइबिल गुरुग्रन्थ
    और वेदऋचाएं हैं,
    हम भटकें तो राह दिखाते
    हैं गीता-कुरआन।

    देश-भक्ति से ओत-प्रोत ...
    सुंदर भावाभिव्यक्ति .....!!

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  15. तुषार जी नमस्कार,देश भक्ति के रंग मे रगां यह गीत बहुत हू सुन्दर है। अतिंम पक्तीं मुझे सबसे अच्छी लगी।

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  16. बहुत ही सुंदर कविता है धन्यवाद

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